
बढ़ती आमदनी के साथ खर्च बढना, ज़रूरी चीज़ों के साथ गैर-ज़रूरी चीज़ों का हमारी “ज़रूरत” बनना, सामान्य सी बात है. पर इस वैश्विक महामारी ने अगर हमें कुछ सिखाया है, तो वो ये कि किस तरह से हम अपनी असल ज़रूरतों को पहचान कर उन पर नियंत्रण कर सकते हैं.
from Latest News मनी News18 हिंदी https://ift.tt/3hqo7Fq
Comments
Post a Comment